अद्भुत है अनमोल है

अद्भुत है, अनमोल है, महानगर की भोर रोज़ जगाता है हमें, कान फोड़ता शोर   अद्भुत है, अनमोल है, महानगर की शाम लगता है कि अभी-अभी, हुआ युद्ध विश्राम   अद्भुत है अनमोल है, महानगर की रात दूल्हा थानेदार है, चोरों की बारात